भागम भाग की इस वैश्विक दुनिया में खादर संस्कृति की जीवंत अनुभूति.. हम अभी जिन्दा हैं , जिन्दा है हमारे संस्कार, हमारी परम्पराएँ .. कुंवर सत्यम.
Saturday, September 24, 2011
"खादर लोक महोत्सव "
खादर मित्रों,
खादर संस्कृति को एक समन्वित रूप देने,इस संस्कृति के उत्थान, प्रचार एवं प्रसार के लिए वर्ष में एक बार खादर क्षेत्र के मध्यवर्ती क्षेत्र ( कैराना-गंगोह के बीच कहीं ) में "खादर लोक महोत्सव " का आयोजन का आयोजन शुरू किया जाना चाहिए. हर वर्ष इसकी अलग - अलग थीम राखी जा सकती है. इस महोत्सव में खादर संस्कृति की प्रस्तुतियां होनी चाहिए. रागिनी, स्वांग, नोटंकी, सांझी प्रतियोगिता आदि,
खादर युवाओं के लिए कैरियर सलाह भी उपलब्ध कराइ जा सकती है ताकि उनकी राह आसान हो सके. कृपया अपने विचार जरुर रखे.
कुंवर सत्यम.
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